मीणा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, अप्रैल के मध्य से पहले चुनाव का आयोजन आदर्श होगा, क्योंकि अप्रैल के मध्य तक पवित्र रमजान माह शुरू हो जाएगा। साथ ही सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई को हैं और हमारे पास ऐसे स्कूलों की कमी होगी, जिनका उपयोग मतदान केंद्र के रूप में किया जाता है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों का एक दल शीघ्र ही राज्य में पहुंचेगा और चुनावों के संचालन के बारे में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ बैठक करेगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दो चरण के मतदान की संभावनाएं हैं और चुनाव आयोग के अधिकारी राजनीतिक दलों सहित हितधारकों से व्यापक प्रतिक्रिया मांगेंगे और एक निर्णय पर पहुंचेंगे।
मीणा ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग फरवरी के अंत तक केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पुड्डचेरी और असम में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।
–आईएएनएस
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