गुजरात सरकार ने गांधीनगर में राज्य सचिवालय सहित अपने सभी कार्यालयों को सौ प्रतिशत क्षमता के साथ पूर्ण कामकाज की अनुमति देने का निर्णय लिया है, क्योंकि कोरोनोवायरस संक्रमणों की संख्या में कमी जारी है।
राज्य में रविवार को कोविड संक्रमण के 848 नए मामले आए थे और 12 लोगों की मौत हुई। कुल सक्रिय मामलों की संख्या भी 20,000 से नीचे आ गई है। राज्य के दूसरी लहर से बुरी तरह से प्रभावित होने के बाद, सरकार ने केवल 50 प्रतिशत कर्मचारियों की क्षमता के साथ काम करने का फैसला किया था।
सोमवार को नया शैक्षणिक वर्ष शुरू होते ही स्कूल भी खुल गए। लेकिन सरकार ने इन स्कूलों में छात्रों को नहीं, बल्कि केवल शिक्षण और प्रशासनिक कर्मचारियों को काम करने की अनुमति दी है। कुछ समय के लिए पढ़ाई केवल ऑनलाइन मोड में ही होगी।
गुजरात उच्च न्यायालय ने भी सुनवाई फिर से शुरू करने का फैसला किया है, लेकिन सुनवाई केवल ऑनलाइन फॉर्म में और केवल जरूरी और जनहित के मामलों की होगी। हालांकि, निचली अदालतें सोमवार से काम करेंगी और उन अदालतों में ऑनलाइन सुनवाई की अनुमति दी जाएगी। जहां अदालत परिसर कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्थित हैं।
अहमदाबाद म्युनिसिपल ट्रांसपोर्ट सर्विस (एएमटीएस) और बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (बीआरटीएस) ने भी सोमवार को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अहमदाबाद में सेवाएं फिर से शुरू कर दीं। 18 मार्च से कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण इन सेवाओं को बंद कर दिया गया था। हालांकि, ये सेवाएं केवल दिन के समय फिर से शुरू की जा रही हैं। रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक अभी भी नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा।
गुजरात सरकार ने केवड़िया कॉलोनी में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (एसओयू) को फिर से खोलने का फैसला किया है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, साथ ही जंगल सफारी पार्क, चिल्ड्रन पार्क जैसे अन्य आकर्षण भी खोले जाएंगे।
–आईएएनएस
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