गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान हरियाणा के महम निवासी सुमित कुमार के रूप में हुई है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक काउंटर इंटेलिजेंस एंड ऑर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (एडीजीपी) अमित प्रसाद ने कहा कि उन्होंने भरत कुमार के करीबी सहयोगी के साथ- साथ उद्योगपति भागीदार सुमित को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने भुल्लर और जस्सी को ग्वालियर के मुरैना से भागने में मदद की थी। 15 मई को जगराओं में दो एएसआई भगवान सिंह और दलविंदरजीत सिंह की हत्या के बाद कोलकाता में उनके लिए ठिकाने की व्यवस्था की।
भरत को 9 जून को राजपुरा इलाके में शंभू बॉर्डर के पास से 30 बोर की पिस्टल और होंडा एकॉर्ड कार के साथ गिरफ्तार किया गया था और उसके खुलासे पर पंजाब पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस को जानकारी दी थी कि दोनों गैंगस्टर कोलकाता में किराए के अपार्टमेंट में छिपे हुए थे।
एडीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि सुमित कुमार और भरत कुमार दोनों, जो 2015 से बिजनेस पार्टनर थे, विभिन्न देशों और अन्य राज्यों से खरीदे गए विदेशी टेलीकॉम के मोबाइल नंबरों सहित फैंसी मोबाइल नंबरों की अवैध बिक्री में शामिल थे। और वे उन्हें पंजाब और हरियाणा में महंगे दामों पर बेचते थे।
उन्होंने कहा कि भरत के पास कांस्टेबल अमरजीत सिंह का एक आधिकारिक पहचान पत्र भी पाया गया, जिसका इस्तेमाल ग्वालियर से भागते समय टोल प्लाजा से बचने के लिए किया गया था।
–आईएएनएस
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