कोविड से अपनी लड़ाई के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया, बीते कुछ सालों में मैंने देखा कि मेरा मेटाबॉलिज्म काफी स्लो हो गया है। मैं जानती हूं कि पेरिमेनोपॉज भी इसकी एक बड़ी वजह रही होगी।
उन्होंने आगे कहा, मैं 48 साल की हूं और जानती हूं कि जिंदगी के इस दौर में प्रवेश करने के साथ ही महिलाओं में मेटाबॉलिक स्पीड तीस फीसदी धीमी पड़ जाती है। मेरा मेटाबॉलिज्म कुछ हद तक कोविड के चलते भी स्लो हुआ है। न्यूयॉर्क में मेरे फीजिशियन ने कहा था कि कोविड का प्रभाव उनके कई सारे मरीजों में अलग-अलग ढंग से पड़ा है, जिनमें से एक उनकी मेटाबॉलिज्म भी रही है।
ग्विनिथ कहती हैं, कोविड के बाद मेरा वजन बढ़ गया है। बीमार पड़ने के बाद मैं अपने डायट को सही से प्लान भी नहीं कर पाई। पास्ता और एल्कोहल के सहारे दिन भर रही और अब इसका असर देखने को मिल रहा है।
–आईएएनएस
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