कोविड रोगियों के लिए जीनोम-सिक्वेंसिंग लैब बनाएगा गोवा

पणजी, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। गोवा में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान पॉजिटिव परीक्षण करने वाले मरीजों में कोविड-19 स्ट्रेन की जांच न कर पाने में असमर्थता को लेकर स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने शुक्रवार को कहा है कि राज्य सरकार जीनोम सिक्वेंसिंग लैब स्थापित करेगी।

राणे ने कहा कि गोवा में स्वास्थ्य अधिकारियों को पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में नमूनों का परीक्षण कराने में मुश्किल आ रही थी। उन्होंने कहा, एनआईवी से नमूनों को वापस आने में न केवल 10 से 15 दिन लगते हैं, बल्कि कुछ नमूने तो वापस ही नहीं आते हैं। हमारे यहां अलग कोविड-19 वैरिएंट यूके स्ट्रेन के केवल 5 मामले सामने आए हैं।

गोवा के स्वास्थ्य मंत्री ने 45 साल से अधिक लोगों से आग्रह किया है कि वे वैक्सीन लगवाएं। इसे लेकर उन्होंने कहा, टीकाकरण कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम कर देता है। इससे मृत्यु दर को बहुत नीचे लाया जा सकता है। गोवा के गांवों में रहने वाले पात्र लोगों का टीकाकरण करने के लिए सरकार ने ब्लॉक स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को इस काम में शामिल करने की योजना बनाई है।

–आईएएनएस

एसडीजे/एएनएम