डॉ निशंक ने कहा, कोरोना संक्रमण से लोगों की जीवन रक्षा हेतु स्वास्थ्यकर्मियों की तरह ही हमारे सफाईकर्मी एवं वार्ड बॉय भी कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। जिलाधिकारी हरिद्वार की पहल पर आईआईटी रूडकी ने इन कर्मियों के अतिरिक्त बीमा हेतु 10 लाख रुपए के प्रीमियम भुगतान की संस्तुति देकर सराहनीय कार्य किया है। इस बेहतरीन मानवीय पहल के लिए जिलाधिकारी हरिद्वार एवं उसके क्रियान्वयन के लिए आगे आने हेतु आईआईटी रूडकी को धन्यवाद।
गौरतलब है कि हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सभी से अपील की थी हजारों की संख्या में सफाई कर्मचारी, वार्ड बॉय इत्यादि अस्पतालों में उतनी ही शिद्दत से काम कर रहे हैं जितना कि डॉक्टर, नर्स इत्यादि।
उन्होनें कहा, डॉक्टरों, नर्सों का तो सरकार की तरफ से बीमा होता है लेकिन इन कर्मचारियों का नहीं होता है। जब ये सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह काम कर रहे हैं तो इनके एवं इनके परिवार की सुरक्षा के लिए हम सबको आगे आना चाहिए। रविशंकर की इस अपील पर आईआईटी रूडकी ने अपने वेलफेयर फंड से 10 लाख रुपए देने की घोषणा की है जिसकी कागजी कार्रवाई बुधवार को पूरी हो जाएगी।
निशंक ने कहा कि आईआईटी रूडकी द्वारा अस्पतालों में कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों, वार्ड बॉय इत्यादि का बीमा करवाने के लिए फंड दिया जाना बेहद सराहनीय है।
उन्होनें कहा, पूरे देश के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। हम सभी एक दूसरे के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। सभी एक दूसरे की हरसंभव मदद करने का भी प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में देश के समृद्ध लोगों, संस्थानों इत्यादि को आगे आना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। हमारे बीच हजारों की संख्या में ऐसे कोरोना वारियर काम कर रहे हैं जिनकी हमें मदद करनी चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस महामारी को एकजुट होकर हरा सकते हैं।
–आईएएनएस
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