‘गांधीपीडिया’ को सोशल मीडिया पोर्टल के रूप में विकसित किया जा रहा : संस्कृति मंत्रालय

नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)| ‘गांधीपीडिया’ को एक सोशल मीडिया पोर्टल के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़े मूल कार्य उपलब्ध होंगे। संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी आईएएनएस को दी है।

शुक्रवार को बजट पेश करने के दौरान केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी गांधीपीडिया का जिक्र किया था।

केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्टूबर को मनाने के लिए कई योजना बनाई है।

सीतारमण ने अपने भाषण में कहा था कि इस अवसर को यादगार बनाने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर साइंस म्यूजियम (एनसीएसएम) द्वारा गांधीवादी मूल्यों के बारे में बड़े पैमाने पर युवाओं और समाज को जागरूक करने के लिए एक गांधीपीडिया विकसित किया जा रहा है।

रविवार को संस्कृति मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पोर्टल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निग के जरिए कार्य करेगा। यह महात्मा गांधी पर ज्ञान का भंडार होगा। पोर्टल में गांधी जी की वास्तविक तस्वीरें, विजुअल्स, भाषण और उनके द्वारा किए गए 100 कार्य सम्मिलित होंगे। उन पर लिखी गई किताबों के अलावा गांधी जी द्वारा लिखित किताबें भी पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगी।”

गांधीपीडिया को सब नि:शुल्क एक्सेस कर पाएंगे। वर्तमान में यह परियोजना नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड म्यूजियम द्वारा डिजाइन की जा रही है। इस परियोजना को आईआईटी-खड़गपुर और आईआईटी-गांधीनगर ने संयुक्त रूप से मूर्तरूप दिया है।

साबरमती आश्रम प्रिजर्वेशन एंड मेमोरियल ट्रस्ट इस गांधी हेरिटेज पोर्टल (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट गांधीहेरिटेजपोर्टल डॉट ओर्ग) का ध्यान रखेगी, जो कि महात्मा गांधी पर ज्ञान का भंडार भी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। अपने भाषण में सीतारमण ने यह भी कहा था कि उनका लक्ष्य इस साल 2 अक्टूबर तक भारत को खुले में शौच से मुक्त करना भी है।