चीनी आक्रामकता के खिलाफ भारत के साथ खड़ा रहेगा अमेरिका : प्रवक्ता

न्यूयॉर्क, 10 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के खिलाफ चीन की आक्रामक कार्रवाई के मद्देनजर, अमेरिका नई दिल्ली के साथ खड़ा रहेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने यह बात कही है।

प्राइस ने मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, हम अपने पड़ोसियों को डराने धमकाने के चीन के लगातार जारी रवैये से चिंतित हैं। हमेशा की तरह, हम दोस्तों के साथ खड़े रहेंगे, हम सहयोगियों के साथ खड़े रहेंगे। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के मामले में साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अपने मित्रों और सहयोगियों के साथ खड़े रहेंगे।

भारत के प्रति चीन की बढ़ती आक्रामकता पर नए अमेरिकी प्रशासन की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, प्राइस ने कहा कि अमेरिका वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास स्थिति पर नजर बनाए हुए है, जहां चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है, जिससे दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष जारी है।

उन्होंने कहा, हम भारत एवं चीन की सरकारों के बीच जारी वार्ता से अवगत हैं और सीधी वार्ता और उन सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का लगातार समर्थन कर रहे हैं।

प्राइस ने भारत-अमेरिका के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग के महत्व पर जोर दिया है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां चीन की ओर से इससे लगते देशों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई देखी गई है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, भारत, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका का एक अहम साझेदार है। हम भारत के विश्व की एक प्रमुख शक्ति के रूप में उदय और क्षेत्र के एक प्रहरी के रूप में उसकी भूमिका का स्वागत करते हैं।

प्राइस से पूछा गया कि क्या विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने मानवाधिकार के मुद्दों को उठाया है, जिस पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि सभा सदस्य प्रमिला जयपाल सहित कई डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने चिंता जताई है।

इस पर एक सीधी प्रतिक्रिया दिए बिना, प्रवक्ता ने कहा, मैं यह कह सकता हूं कि यह न केवल भारत के लिए बल्कि हमारे हर साथी पर लागू होता है। हम एक स्वतंत्र और खुले सभ्य समाज एवं कानून के मजबूत शासन सहित लोकतांत्रिक मूल्यों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

–आईएएनएस

एकेके/एएनएम