चीन में दुर्लभ वन्य जीवों व पौधों ने पुनस्र्थापनात्मक विकास हासिल किया

बीजिंग, 4 मार्च (आईएएनएस) चीनी राष्ट्रीय वन व घास मैदान ब्यूरो से मिली खबर के अनुसार 3 मार्च को आठवां विश्व वन्य जीव व पौधा दिवस मनाया गया। इस वर्ष चीन का मुद्दा है हरित विकास को मजबूत करना और मानव व प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सहअस्तित्व को बढ़ावा देना।

गौरतलब है कि चीन विश्व में जैव विविधता के पक्ष में सब से समृद्ध देशों में से एक है। हाल के कई वर्षों में निरंतर रूप से वन्य जीवों व पौधों का संरक्षण व प्रबंध प्रणाली में सुधार करने के साथ संबंधित अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और वन्यजीव आवास संरक्षण, वन्य जीवों का बचाव व प्रजनन करने समेत कई कदम लागू किये गये। जिससे 90 प्रतिशत वनस्पति प्रकार और स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र, 65 प्रतिशत उच्च पादप समुह, और 85 प्रतिशत महत्वपूर्ण वन्य जीव समूह की रक्षा कारगर रूप से की गयी। पांडा, क्रेस्टेड इबिस, तिब्बती मृग आदि दुर्लभ वन्य जीवों व पौधों ने पुनस्र्थापनात्मक विकास हासिल किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस वर्ष चीन के लुप्तप्राय वन्यजीव अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संधि में शामिल करने की 40वीं वर्षगांठ है। 40 वर्षों में चीन ने हमेशा से वन्यजीव संरक्षण और वचन का पालन करने पर बड़ा ध्यान दिया, सक्रिय रूप से वन्यजीव के अवैध व्यापार का मुकाबला किया, और व्यापक रूप से संधि में शामिल जिम्मेदारी निभायी।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

— आईएएनएस