सख्त रोकथाम (10 से अधिक मामलों) के तहत आने वाली सड़कों में अप्रैल से मई तक दो बार बढ़ी है। हालांकि मध्य चेन्नई में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। मध्य और दक्षिण चेन्नई दोनों में यह लगभग दोगुना हो गया है जबकि उत्तरी चेन्नई में केवल 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
सेंट्रल चेन्नई जोन सभी मामलों में 60 प्रतिशत का योगदान देता है जबकि दक्षिण चेन्नई में 26 प्रतिशत और नॉर्थ जोन में बढ़ोतरी बाकी है।
अंबत्तूर, तेयनामपेट, कोडंबक्कम, वलसरवक्कम, अलंदुर और अडयार में कंटेंट जोन की संख्या में 100 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। इसमें से वलसरवक्कम ने पिछले सप्ताह अप्रैल से मई के पहले सप्ताह तक चार गुना बड़ोतरी दर्ज की है।
माधवराम और टोंडियारपेट जोन में जोन की संख्या में कमी दर्ज की गई है जबकि रॉयपुरम में पिछले 11 दिनों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी।
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, हम जल्द ही चेन्नई के सभी हिस्सों में नियंत्रण क्षेत्र की संख्या में कमी की उम्मीद कर रहे हैं और उस लाइन पर प्रयास जारी हैं। हालांकि वर्तमान में मध्य चेन्नई में तेजी से बढ़ोतरी और उत्तर में गिरावट दिख रही है। चेन्नई के दक्षिणी हिस्सों में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
–आईएएनएस
एसएस/आरजेएस