जिंदल विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन विषय में कर सकेंगे मास्टर डिग्री

नई दिल्ली, 10 जुलाई (आईएएनएस)| ओ. पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड इंडिया के साथ संयुक्त रूप से पर्यावरण कानून, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन में मास्टर्स कार्यक्रम शुरू किया है।
 

संस्थान द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एलएलएम कार्यक्रम 1 अगस्त से शुरू होगा। यह विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के विशेषज्ञों द्वारा पढ़ाया जाएगा।

कोर्स में अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कानून और नीति, राष्ट्रीय पर्यावरण कानून और नीति के साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा अनिवार्य किए गए अन्य मुख्य पाठ्यक्रमों के साथ ऊर्जा कानून और जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन जैसे तकनीकी पाठ्यक्रम भी शामिल हैं।

बयान में कहा गया, “यह कोर्स एक अंतर्राष्ट्रीय, और तुलनात्मक अनुमोदन पर जोर देता है, जिसमें अनुसंधान व कानूनों का अध्ययन किया जाता है। पाठ्यक्रम युवा वकीलों और कानूनी पेशेवरों को पर्यावरणीय कानून, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में एक प्रगतिशील और स्थायी भविष्य के लिए योगदान करने में मदद करेगा।”