भारत ने चार पहले ही जूनियर हॉकी विश्व कप में बेल्जियम को 2-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
मनदीप ने कहा, मुझे याद है कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारा सेमीफाइनल मैच कैसा था। यह मैच काफी आगे तक गया था। मेरे गोल से हमने बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन बाद में उन्होंने बराबरी हासिल कर ली। हालांकि पेनल्टी शूटआउट में हम मैच जीतने में कामयाब रहे। इससे हमें फाइनल के लिए काफी आत्मविश्वास मिला।
उन्होंने कहा, विश्व कप खिताब निश्चित रूप से मेरे करियर की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मेरे लिए इसका बहुत मायने है क्योंकि लखनऊ में हमें काफी सपोर्ट मिला। इस जीत ने हम में से अधिकांश को सीनियर टीम में प्रवेश करने का मार्ग खोल दिया। मैं उन यादों को देखकर आज भी बहुत खुश होता हूं।
डिफेंडर और ड्रैग-फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह, जो सीनियर स्तर पर उपलब्धि दोहराने का माददा रखते हैं, ने कहा, मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से अब तक के मेरे करियर का मुख्य आकर्षण रहा है। हमने अपने घरेलू दर्शकों के सामने जूनियर विश्व कप जीता, जोकि मेरे लिए शानदार उपलब्धि थी।
–आईएएनएस
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