ट्विटर ने आईओएस पर नई सदस्यता आधारित सर्विस सूचीबद्ध की

सैन फ्रांसिस्को, 28 मई (आईएएनएस)। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने ऐप स्टोर पर एक नई सदस्यता-आधारित सेवा (सब्सक्रिप्शन बेस्ड सर्विस) ट्विटर ब्लू को सूचीबद्ध किया है, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी जल्द ही इस पेशकश का ट्रायल करने की तैयारी कर रही है।

ट्विटर ब्लू को इन-ऐप खरीदारी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, जिसकी कीमत ब्रिटेन में 2.49 पाउंड और अमेरिका में 2.99 डॉलर है।

ट्विटर ने इस संबंध कोई और जानकारी नहीं दी है और ऑनलाइन दावों की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है कि सेवा यूजर्स को ट्वीट को पूर्ववत (अनडू) करने की अनुमति दे सकती है।

बीबीसी ने शुक्रवार को बताया कि उसने पहले कहा था कि कंपनी सशुल्क ग्राहकों के लिए विशेष फीचर्स पर काम कर रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि ट्विटर ब्लू अब ऐप स्टोर पर सूचीबद्ध है मगर यह अभी तक यूजर्स के लिए पूरी तरह से सक्षम नहीं है।

प्रौद्योगिकी ब्लॉगर जेन मनचुन वोंग ने इस बारे में बताया है, जो इस सर्विस के पहले भुगतान करने वाले (पेइंग यूजर) यूजर होने का दावा करते हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें अनडू ट्वीट फीचर के साथ-साथ रीडर मोड भी शामिल है, ताकि लंबे थ्रेड को पढ़ना आसान हो सके। लेकिन ट्विटर ने उनके दावों की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की योजना इस साल और आगे भी विज्ञापन से परे अपने राजस्व में विविधता लाने के अन्य तरीकों के साथ विकास और प्रयोग जारी रखने की है।

इसमें कहा गया है कि इन योजनाओं में सदस्यता सेवाएं और व्यक्तियों और व्यवसायों को प्लेटफॉर्म पर विशेष सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने के अन्य तरीके भी शामिल हो सकते हैं।

इस बीच, भारत सरकार ने ट्विटर के नवीनतम बयान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे पर चिंता जताते हुए कहा कि माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म भारत में अपनी शर्तों को निर्धारित करने की कोशिश कर रहा है और देश की कानूनी व्यवस्था को कमजोर करना चाहता है।

आईटी मंत्रालय ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा है कि ट्विटर मध्यस्थ दिशानिदेशरें में उन्हीं नियमों का पालन करने से इनकार करता है जिनके आधार पर वह भारत में किसी भी आपराधिक दायित्व से संरक्षण होने का दावा कर रहा है।

बता दें कि व्हाट्सएप द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नए आईटी नियमों को लेकर भारत सरकार के खिलाफ कोर्ट जाने के बाद, ट्विटर ने गुरुवार को आईटी मंत्रालय से अनुरोध किया था कि वह कंपनी को नए दिशानिर्देश को लागू करने के लिए कम से कम तीन महीने के विस्तार पर विचार करे।

ज्ञात हो कि कथित कांग्रेस टूलकिट विवाद से संबंधित इस सप्ताह की शुरूआत में दिल्ली और गुरुग्राम में ट्विटर कार्यालयों पर पुलिस ने छापे मारे थे। इस बात पर जोर देते हुए कि कंपनी भारत में लागू कानून का पालन करने का प्रयास करेगी, ट्विटर प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि अभी हम भारत में अपने कर्मचारियों के बारे में हालिया घटनाओं और उन लोगों के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संभावित खतरे से चिंतित हैं, जिनकी हम सेवा करते हैं।

–आईएएनएस

एकेके/एएनएम