पिंपरी: “डिग्री मिल जाने से शिक्षा समाप्त नहीं होती, निरंतर सीखते रहना ही सबकुछ है”। यह बातें उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गुरुवार को डॉ. डी वाय पाटिल विद्यापीठ के 9वें दीक्षांत समारोह में कहीं। इस मौके पर मंत्री गिरीश बापट, बिहार के पूर्व राज्यपाल डी वाय पाटिल, विद्यापीठ के कुलपति डॉ. पी डी पाटिल आदि उपस्थित थे।
बदलाव करने होंगे
उपराष्ट्रपति ने आगे बोलते हुए कहा, “हम डिजिटल क्रांति के युग में हैं, लिहाजा हमें भविष्य में आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए तैयारी करनी होगी। हमें उसके मुताबिक शिक्षा में बदलाव भी करने होंगे। तकनीक के चलते आज शिक्षा सीमाओं के बंधन से मुक्त है, आप सभी को इसका फायदा उठाना चाहिए”। दीक्षांत समारोह में 1056 स्नातकों को डिग्री दी गई। जबकि 19 छात्रों को गोल्ड मेडल और 12 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।