डीजीसीए को उम्मीद, इस साल ज्यादा लोग भरेंगे उड़ान

 नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रमुख घरेलू उड़ानों में आर्थिक मंदी और ग्राउंडिंग के बावजूद, भारतीय विमानन नियामक ने 2019 में यात्री संख्या में अच्छी वृद्धि होने की उम्मीद जताई है।

 आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि आर्थिक मंदी के दौरान क्षमता विस्तार विकास का मुख्य कारण था।

कुमार ने कहा कि 2019 की चौथी तिमाही में घरेलू एयरलाइनों में विमानों को शामिल करने से किराए में कमी आएगी और यात्री संख्या में इजाफा होगा।

कुमार ने कहा, “एयरलाइंस द्वारा अक्टूबर से दिसंबर तक लगभग 40 या अधिक विमान शामिल किए जाने की उम्मीद है। इस अतिरिक्त क्षमता से यात्री ट्रैफिक को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि हिंडन और अन्य स्टेशनों से ‘उड़ान योजना’ के तहत भी यात्री ट्रैफिक में तेजी आ रही है।

कुमार के अनुसार, वर्ष की चौथी तिमाही में यात्री ट्रैफिक में 10-15 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर, घरेलू यात्री ट्रैफिक 7-9 प्रतिशत बढ़ सकता है।”

आर्थिक मंदी, उच्च किराए और क्षमता की कमी जैसे कारकों के कारण अप्रैल में यात्री ट्रैफिक में कमी आ गई।

लेकिन पिछले कुछ महीनों में इसमें कुछ मजबूती आई है। अगस्त में, ट्रैफिक 3.87 प्रतिशत बढ़कर 1.17 करोड़ हो गया, जबकि ,साल भर पहले इस महीने में 1.13 करोड़ था।

इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) की ट्रैफिक रिपोर्ट ने भारत की हवाई यात्री ट्रैफिक वृद्धि में कमी के लिए आर्थिक मंदी को जिम्मेदार ठहराया।

बहरहाल, जेट एयरवेज का परिचालन बंद होने के बाद से, उद्योग ने मंदी में लचीलापन का रुख दिखाया है जिसने जिसने कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है।

विमान संख्या में वृद्धि पर, कुमार ने कहा कि घरेलू एयरलाइंस महीने में 8-9 विमान शामिल करेगी और दिसंबर तक देश में 640 या अधिक विमान हो सकते हैं।

कुमार ने कहा, “जेट का परिचालन बंद होने के बाद बाद एक पड़ाव पर विमान की संख्या घटकर 540 हो गई थी। लेकिन अन्य एयरलाइनों ने इन ग्राउंडेड विमानों को लीज पर ले लिया। इसके अलावा, फ्लीट में शामिल करने की योजना के अनुसार, वे और अधिक विमानों को शामिल कर रहे हैं।”

हाल ही में, इंडिगो, स्पाइस जेट और विस्तारा जैसी एयरलाइनों ने अपना फ्लीट बढ़ाया और विदेशी उड़ानों में भी तेजी से विस्तार किया।