डेटा चोरी: राहुल बोले पीएम तो ‘बिग बॉस’ हैं

नई दिल्ली: डेटा चोरी के आरोपों ने सरकार को सकते में डाल दिया है। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक मोबाइल ऐप से यूज़र डेटा को यूज़र की अनुमति लिए बिना अमेरिका स्थित कंपनी को भेज दिया गया। मालूम हो कि इस ऐप को 50 लाख से ज़्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस मुद्दे को लेकर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘बिग बॉस’ करार दिया है, जो भारतीयों की जासूसी करवाना चाहते हैं। वहीं भाजपा ने भी विपक्षी दल पर ‘डेटा चोरी’ का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री के आधिकारिक ऐप से यूजर्स की सहमति के बिना डेटा शेयर करने का आरोप सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा कि नमो ऐप ने गोपनीय ढंग से ऑडियो, विडियो, संपर्क सूची और जीपीएस के जरिए यूजर का पता-ठिकाना तक जान लिया। उन्होंने कहा, ‘मोदी का नमो ऐप गोपनीय रूप से ऑडियो, वीडियो तथा आपके मित्रों एवं परिवार के सम्पर्क रिकॉर्ड कर रहा है और जीपीएस के जरिए आपके पते-ठिकाने को जान रहा है। वह बिग बॉस है, जो भारतीयों की जासूसी करना चाहता है।’

किया जा रहा मजबूर
राहुल ने ‘डिलीट नमो ऐप’ हैशटैग के साथ किए ट्वीट में कहा, ‘अब वह हमारे बच्चों के बारे में डाटा चाहते हैं। 13 लाख एनसीसी कैडेट्स को ऐप डाउनलोड करने के लिए मजबूर किया गया।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘यदि प्रधानमंत्री भारत के साथ प्रौद्योगिकी के जरिए संवाद करना चाहते हैं तो कोई समस्या नहीं है। किंतु क्या इसके लिए आधिकारिक पीएमओ ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा। डेटा का सम्बन्ध भारत से है, मोदी से नहीं।’

कांग्रेस का सिंगापुर कनेक्शन
उधर राहुल के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी पलटवार किया। स्मृति ने ट्वीट किया, ‘ये क्या राहुल गांधी जी, लगता है कि आप जो कहते हैं, उसके विपरीत आपकी टीम काम करती है। नमो ऐप को डिलीट करने के बजाए उन्होंने कांग्रेस ऐप को डिलीट कर दिया है।’ स्मृति ने कहा, ‘अब जब हम प्रौद्योगिकी की बात कर रहे हैं तो क्या आप जवाब देंगे राहुल गांधी जी कि कांग्रेस डेटा सिंगापुर के सर्वरों में क्यों भेजती है?।’