तैराक खड़े ने ट्रोलर्स को दिया करारा जवाब

मुंबई, 26 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय तैराक वीरधवल खड़े ने ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया है जिन्होंने कहा कि भारतीय तैराकों को ओलंपिक के लिए नहीं भेजना चाहिए था।

खड़े ने कुछ चुनिंदा लोगों को जवाब दिए जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में बैकस्ट्रोक तैराक श्रीहरि नटराज और माना पटेल के प्रदर्शन की आलोचना की थी।

एक व्यक्ति ने ट्वीट कर लिखा, अगर तैयारी नहीं है तो खिलाड़ियों को भेजना बंद करें। यह ओलंपिक है, कोई लो ग्रेड टूर्नामेंट नहीं है। ये खिलाड़ी अपने निजी सर्वश्रेष्ठ तक भी नहीं पहुंच सके। बहुत शर्म की बात है। ट्यूनिशिया से कुछ सीखने की जरूरत है।

2010 एशियाई खेलों में 50 मीटर बटरफ्लाई इवेंट में कांस्य पदक जीतने वाले खड़े ने जवाब देते हुए लिखा, आपका समाधान यह है कि खिलाड़ियों को नहीं भेजा जाए। घर में बैठकर टिप्पणी करना बहुत आसान है। मुझे यकीन है कि सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली हर मैच में शतक नहीं बनाते। शायद बीसीसीअई को कोहली को बाहर रखने के बारे विचार करना चाहिए।

ट्रोल उनकी बात से सहमत नहीं हुआ और उसने कहा, क्रिकेट एक टीम का खेल है, व्यक्तिगत नहीं। ओलंपिक में विभिन्न देशों के एथलीटों को देखें। ट्यूनिशिया जैसे छोटे देश ने स्वर्ण जीता।

खड़े ने कहा, हमारे तैराक ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए पिछले एक साल में काफी मेहनत की जो तारीफ के काबिल है। हम 10 वर्ष पहले जैसे थे उससे ज्यादा बेहतर हैं और आने वाले 10 र्वष में हम और अधिक बेहतर होंगे।

खड़े के इस जवाब से भी हालांकि ट्रोलर्स सहमत नहीं हुआ।

— आईएएनएस

एसकेबी/आरजेएस