नई दिल्ली, 7 फरवरी (आईएएनएस)| एक बार जब 11 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ जाएंगे, सभी का ध्यान बिहार की ओर केंद्रित हो जाएगा, जहां इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली चुनाव से बिहार में भाजपा के नए नेतृत्व के उभरने की संभावना है, जहां उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी मौजूदा समय में निर्विवाद रूप से पार्टी नेता हैं।
पार्टी नेता भूपेंद्र यादव के साथ दिल्ली चुनाव के लिए प्रचार अभियान की अगुवाई करने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने केद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय को भाजपा की बिहार इकाई के चेहरे के तौर पर पेश किया है।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी पार्टी के दिल्ली चुनाव प्रचार अभियान की अगुवाई करते दिखे हैं।
भाजपा दिल्ली इकाई के पदाधिकारी, राय चुनाव प्रबंधन के बारे में सीख रहे हैं। उन्होंने शाह द्वारा तैयार कई चुनावी योजना को अमलीजामा पहनाया है। उन्होंने हालांकि दिल्ली में केवल नौ जनसभा को संबोधित किया लेकिन उन्होंने पार्टी नेताओं की कई बैठकों में शाह का प्रतिनिधित्व किया है।
वहीं दूसरी ओर, जायसवाल ने संगम विहार सीट की जिम्मेदारी ली है। जायसवाल ने संगम विहार के साथ-साथ न केवल पांच जनसभाओं को संबोधित किया, बल्कि पूर्वाचली वोटरों को लुभाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए तीन रैलियों का प्रबंधन भी किया।
गिरिराज सिंह को रिठाला सीट की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां उन्होंने लगातार 10 दिनों तक डोर-टू-डोर कैंपेन किया।
पूर्वाचल के मतदाता क्योंकि दिल्ली के कई विधानसभाओं के नतीजों को प्रभावित करेंगे, ऐसे में इसके नतीजे इन नेताओं के राजनीतिक भविष्य की दिशा भी तय करेंगे।