रहाणे ने मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले के साथ बातचीत के दौरान इसका खुलासा किया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में मिली आठ विकेट की हार के बाद कप्तान विराट कोहली पितृत्व अवकाश पर भारत लौट आए थे। इसके बाद सीरीज के बाकी तीन टेस्ट मैचों में रहाणे ने टीम की कमान संभाली थी।
रहाणे ने कहा, राहुल भाई ने मुझे सीरीज से पहले फोन किया था, जब हम दुबई से ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे। उन्होंने मुझसे कहा, कोई भी दबाव न लेना, मैं जानता हूं कि तुम पहले टेस्ट के बाद कप्तानी कर रहे हो। किसी भी बात की चिंता मत करना। बस मानसिक रूप से मजबूत रहना। नेट्स में ज्यादा बल्लेबाजी मत करना, राहुल भाई से ऐसी सलाह (बल्लेबाजी का अभ्यास न करने) की आप उम्मीद नहीं करते।
रहाणे के टीम की कमान संभालने के बाद भारत ने दूसरे टेस्ट में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद सिडनी में मैच ड्रॉ रहा था और ब्रिस्बेन में भारत ने तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत के साथ सीरीज 2-1 से जीत ली।
रहाणे ने आगे कहा, राहुल भाई को बल्लेबाजी करना पसंद है, और वह खुद ऐसे थे कि मैंने यह गलती की। और उन्होंने मुझे कहा, नेट्स में ज्यादा बैटिंग मत करना, तुम्हारी तैयारी सही है, तुम अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हो। तो कोई दबाव मत लेना। बस इतना ही सोचो कि तुम टीम का नेतृत्व कैसे करोगे, खिलाड़ियों को तुम कैसे विश्वास दोगे। परिणाम की चिंता मत करना, यह खुद ही सही होंगे। द्रविड़ से हुई इस बातचीत ने मेरा काम और आसान कर दिया।
–आईएएनएस
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