पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामला उनके संज्ञान में तब आया जब लड़की के नियोक्ताओं को गर्भावस्था के बारे में पता चला और चाइल्डलाइन को सूचित किया।
सब-इंस्पेक्टर उषा कुशवाहा ने बताया कि नाबालिग आरोपी को सोमवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर मंगलवार को किशोर आश्रय गृह भेज दिया गया, वहीं नाबालिग लड़की को भी आश्रय गृह भेज दिया गया है।
कुशवाहा ने बताया कि लड़की पांच भाई-बहनों में दूसरे जबकि लड़का तीसरे नंबर पर है।
उसने कहा कि दोनों अपने कार्यों के परिणामों से अनजान थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़के के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम की धारा 5/6 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कुशवाहा ने यह भी कहा कि लड़की की गर्भावस्था की स्थिति का पता लगाने के लिए उसका अल्ट्रासाउंड परीक्षण किया जाएगा।
–आईएएनएस
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