पंजाब के मुख्यमंत्री कोविड प्रोटोकॉल को कड़ाई से लागू करने का दिया आदेश

चंडीगढ़, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल के कड़ाई से लागू करने का आदेश दिया, ताकि मामलों पर लगाम लगाया जा सके साथ ही रोजाना टीकाकरण में दो लाख तक वृद्धि हो सके।

उन्होंने होम आइसोलेशन की निगरानी के लिए एक विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का भी निर्देश दिया है।

मृत्यु दर और पॉजिटिव आंकड़ों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रतिबंधों के परिणाम दिखाई दे रहे हैं और उन्हें सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है, विशेष रूप से मोहाली और अन्य बड़े शहरों में जो ट्रांसमिशन और पॉजिटिव के मामले ज्यादा आ रहे हैं।

सिंह ने बताया कि राज्य की पॉजिटिविटी दर 8.1 प्रतिशत है, जबकि 40 वर्ष से कम आयु वर्ग में पॉजिटिविटी 54 प्रतिशत (सितंबर 2020) से घटकर 50 प्रतिशत (मार्च 2021) हो गई है।

उन्होंने आगे कहा, 60 वर्ष से कम आयु वर्ग में मृत्यु दर के प्रतिशत को कम करने में मदद मिली है, जो 50 प्रतिशत (सितंबर 2020) से 40 प्रतिशत (मार्च 2021 में) है।

हालांकि सीएम ने ये भी कहा कि केंद्र को अधिक मामलों वाले क्षेत्रों में 45 से कम उम्र के लिए टीकाकरण की अनुमति देनी चाहिए, क्योंकि यूके वैरिएंट युवा लोगों को अधिक संक्रमित कर रहा था।

उन्होंने मुख्य सचिव विनी महाजन को केंद्र सरकार के साथ मामले को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया, जबकि चिकित्सा विशेषज्ञ के.के. तलवार ने कहा कि 45 साल से कम उम्र के किडनी और लीवर की बीमारी के रोगियों को कम से कम टीका लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री कई मंत्रियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू, शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला और चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओ पी सोनी के साथ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल थे।

टीकाकरण के मोर्चे पर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि टीकाकरण के बाद होने वाली किसी भी मौतों के ऑडिट के साथ-साथ इस महीने में सभी योग्य व्यकित का टीकाकरण करने की बात कही।

उन्होंने कहा, टीकाकरण 90,000 प्रति दिन हो गया है, हमें इसे प्रति दिन 200,000 तक ले जाने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि वर्तमान में पंजाब में 3,00,090 कोविशिल्ड और 1,00,000 कोवैक्सीन के टीके स्टॉक में हैं।

सिंह ने सभी टीकाकारण करने वालों को तत्काल ओवरटाइम भत्ता और साप्ताहिक अवकाश का आदेश दिया, ताकि उन पर बोझ कम किया जा सके।

डीजीपी दिनकर गुप्ता द्वारा साझा किए गए पंजाब पुलिस केस स्टडी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों के टीकाकरण में वृद्धि के कारण जवानों में कोरोना के मालमों में कमी आई है।

उन्होंने कहा कि पिछले साल जब रोजाना रिकॉर्ड 1,700 कोरोना मामले सामने आ रहे थे वहीं अब पीक के दिनों में भी केवल 400 पुलिसकर्मियों संक्रमित मिले हैं। उन्होंने बैठक में यह भी बताया कि दूसरी खुराक लेने के बाद कोविड की वजह से विभाग में कोई मौत नहीं हुई थी।

यह देखते हुए कि भले ही सीएफआर में गिरावट आई हो, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के दो दिनों के भीतर लगभग 30 फीसदी मौतें हो रही हैं। सिंह ने कहा कि लगभग 84 प्रतिशत रोगियों ने पहली बार गंभीर लक्षणों के बाद अस्पताल में भर्ती हुए ।

कुल मौतों में से नब्बे फीसदी मौतें नाजुक परिस्थितियों वाले व्यक्तियों की रही हैं, उन्होंने विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोविड लक्षणों वाले लोगों को बचाने के लिए तुरंत पास के स्वास्थ्य सुविधा को सूचित करें।

स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। तीन ऑक्सीजन संयंत्र पहले से ही चालू हैं और दो प्रक्रिया में हैं।

उन्होंने कहा कि विभाग राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए आभारी है कि उन्होंने रेमडेसिवर की 20,000 खुराक प्रदान की, जो सरकारी (12,500) और अच्छी तरह से काम करने वाले निजी अस्पतालों (7,500 खुराक) दोनों को दी गई हैं।

उन्होंने कहा कि पीजीआई को लगभग 300 देने के बाद पंजाब में अभी भी लगभग 7,000 स्टॉक हैं।

इससे पहले स्वास्थ्य सचिव ने बैठक में बताया था कि पूरे पंजाब में 8.1 प्रतिशत मामलों में से, मोहाली जिले में 18 प्रतिशत की रिपोर्ट आई थी।

–आईएएनएस

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