डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान कुछ तारेन सर्मथक सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से बात कर रहे थे जो उनसे मिलने गया था। इस बैठक में पंजाब के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सरवर भी मौजूद थे।
एमएनए के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख राजा रियाज ने बैठक में भाग लेने के बाद मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह व्यक्तिगत रूप से मामले को देखेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि किसी के साथ कोई अन्याय न हो।
उन्होंने कहा, हमें पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री किसी के साथ अन्याय नहीं करेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि प्रधान मंत्री ने अपने विश्वासपात्र, सीनेटर सैयद अली जफर के साथ एक सदस्यीय समिति का गठन किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सरकार और पीटीआई में शामिल जहांगीर तरीन को राजनीतिक तौर पर उत्पीड़ित कर रहे हैं या नहीं।
मीडिया की रिपोटरें के दावा करने के एक दिन बाद सरकार ने एफआईए के चीनी जांच प्रमुख को बदल दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाहौर के लिए चीनी घोटाले की जांच टीम के प्रमुख एफआईए निदेशक मोहम्मद रिजवान को तत्काल प्रभाव से जांच से हटा दिया गया।
बता दें कि रिजवान को हटाना पूर्व पीटीआई के महासचिव जहांगीर तारेन और उनका समर्थन करने वाले सांसदों की मुख्य मांग थी।
तारेन का समर्थन करने वाले सांसदों ने चीनी घोटाले की जांच के दौरान दो दर्जन से अधिक बैंक खातों को फ्रीज करके तारेन और उनके बेटे अली तारेन के खिलाफ अनुचित कार्रवाई शुरू कराने के लिए प्रधानमंत्री के सलाहकार शहजाद अकबर पर आरोप लगाया है।
–आईएएनएस
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