पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी, डीजल में कोई बदलाव नहीं

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। परिवहन क्षेत्र को राहत देते हुए तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतें बढ़ा दी हैं, जिससे आम आदमी की परेशानी और बढ़ गई है। हालांकि, आम आदमी पहले से ही घटती आय के बीच महंगाई से जूझ रहा है।

इस बार तेल कंपनियों ने पेट्रोल में वृद्धि जरूर की है, जबकि डीजल की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को पेट्रोल की खुदरा कीमत 35 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 99.16 रुपये हो गई, जबकि डीजल की कीमतों में पिछले दिनों की कीमत 89.18 रुपये प्रति लीटर थी।

नए बढ़ोत्तरी के साथ पेट्रोल की कीमतें पूरे देश में सदी के निशान को मारने के बहुत करीब पहुंच गई हैं। ऐतिहासिक उच्च कीमतों के दायरे का विस्तार करते हुए, जिसने पहले ही महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ शहरों और कस्बों में पेट्रोल की दर 100 रुपये प्रति लीटर के पार कर गई थी।

नई बढ़ोत्तरी के साथ चेन्नई में पेट्रोल की कीमत शतक मारने वाले मेट्रो शहरों की सूची में भी ला दिया है। शहर में अब पेट्रोल की कीमत 100.13 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई दूसरा मेट्रो शहर है, जहां पेट्रोल की कीमत 105.24 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई हैं।

पेट्रोल की कीमत दिल्ली और कोलकाता में भी शतक मारने के बेहद करीब है।

देश भर में भी पेट्रोल की कीमतों में शुक्रवार को बढ़ोतरी हुई लेकिन विभिन्न राज्यों में स्थानीय करों के स्तर के आधार पर इसकी खुदरा कीमतें अलग-अलग थीं।

राजस्थान के श्रीगंगानगर में देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत सबसे ऊंचे स्तर पर है। वहां पेट्रोल की कीमत 110.40 रुपये प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत शुक्रवार को 102.42 रुपये प्रति लीटर है।

दिन की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ, ईंधन की कीमतों में अब 33 दिनों की वृद्धि हुई है और 1 मई से 30 दिनों तक अपरिवर्तित बनी हुई है। 33 दिनों की बढ़ोतरी ने दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 8.77 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इसी तरह, राष्ट्रीय राजधानी में डीजल में 8.45 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।

वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और दुनिया के सबसे बड़े ईंधन खपतकर्ता – अमेरिका की घटती सूची के कारण, भारत में ईंधन की खुदरा कीमतों में आने वाले दिनों में और महंगा होने की उम्मीद है।

–आईएएनएस

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