प्रधानमंत्री अपने मंत्री वी. मुरलीधरन की बयानबाजी पर लगाम लगाएं : केरल माकपा

तिरुवनंतपुरम, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की केरल इकाई ने शनिवार को प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन की रूखी टिप्पणी और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर लगातार हमले करने को लेकर तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।

माकपा के कार्यवाहक सचिव ए. विजयराघवन ने कहा कि खासकर विजयन के खिलाफ मुरलीधरन के बयान अशोभनीय हैं। उन्हें विजयन के पास जो पद है, उसकी गरिमा का ध्यान रखना चाहिए।

उन्होंने कहा, यह समय है कि प्रधानमंत्री और पार्टी नेतृत्व मुरलीधरन की बयानबाजी पर हस्तक्षेप करें। एक केंद्रीय मंत्री के रूप में वह केरल के लिए कुछ भी करने में विफल रहे हैं और इसके बजाय वह हर समय विजयन पर हमला कर रहे हैं।

विजयराघवन ने कहा, विजयन ने जिस तरह से राज्य का नेतृत्व किया, और उसके लिए वाहवाही हासिल की, खासकर जब कोविड महामारी ने कड़ी टक्कर दी। मगर मुरलीधरन राज्य की मदद के लिए कुछ नहीं कर पाए।

क्या वास्तव में माकपा को चोट लगी थी, जब मुरलीधरन ने विजयन को कोविडियट कहा था। बाद में विजयन खुद कोविड पॉजिटिव हो गए और कोविड निगेटिव होने के बाद अपनी पत्नी के साथ घर लौटे, जो उस समय पॉजिटिव थीं।

विजयराघवन ने कहा, सभी जानना चाहते हैं कि जब महामारी के दौरान हमारे हजारों प्रवासी पीड़ित थे, उनकी मदद करने के लिए उन्होंने (मुरलीधरन) क्या किया। वह कुछ भी करने में नाकाम रहे और अब देख रहे हैं कि टीकों की कमी है, तब भी वह क्या कर रहे हैं। एक केंद्रीय मंत्री होते हुए वह जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, अशोभनीय है।

संयोग से शनिवार को तड़के ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने विजयन के खिलाफ टिप्पणी के लिए मुरलीधरन पर पहली बार हमला किया।

–आईएएनएस

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