प्रसाद ने राफेल पर फैसले के दिन उठाया बोफोर्स मामला

नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)| सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को 2019 के आम चुनाव के दौरान चर्चा में रहे कथित रक्षा सौदा भ्रष्टाचार मामले पर विराम लगा दिया, तब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसी दिन बोफोर्स मामला उठाकर इस पुराने रक्षा भ्रष्टाचार मामले को फिर से चर्चा में ला दिया। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपने तीखे हमले में, हाईकोर्ट के एक फैसले को याद किया, जिसमें बोफोर्स घोटाला मामले से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को बरी कर दिए जाने पर उठाए गए सवाल का जिक्र किया।

प्रसाद ने कहा, “देखिए, राजीव गांधी अब नहीं रहे। इसलिए ज्यादा नहीं बोलूंगा। यह दिल्ली उच्च न्यायालय का काफी संदिग्ध निर्णय था, जिसमें दोबारा अपील करने की इजाजत नहीं दी गई थी। आपको याद होगा, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को दो बार वापस भेजा था।”

दूसरे शब्दों में, भाजपा ने गुरुवार को राजीव गांधी को बोफोर्स मामले में क्लीनचिट दिए जाने की कानूनी पवित्रता पर सवाल उठाए।

प्रसाद ने कहा कि जिस पार्टी का रक्षा सौदा घोटाले से जुड़े रहने का इतिहास है, उसे सरकार पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ मीडिया घरानों ने इस मामले में पक्षपात किया है।

प्रसाद ने प्रेस वार्ता की समाप्ति ‘सत्यमेव जयते’ से की, जो भारत सरकार का स्लोगन भी है। उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी से सरकार पर आरोप लगाने के लिए माफी मांगने की मांग की।