कार्यकारी समिति द्वारा लिए गए इस फैसले को मूर्त रूप देने के लिए दस लाख रुपये के बजट को मंजूरी दे दी गई है, जिसका उपयोग घाट के सौन्दर्यीकरण के लिए किया जाएगा।
शहर में गुलाल घाट की पहचान एक श्मशान के तौर पर है। पूर्व दिवंगत सांसद लालजी टंडन ने इस जगह को बेहतर बनाने का काम किया था ताकि यहां तक लोगों की पहुंच और आसानी से हो।
एलएमसी द्वारा अब गोमती नदी के किनारे का ग्रीन बेल्ट का गठन किया जाएगा और यहां तरह-तरह के फूलों और पौधों से सजे एक बगीचे का निर्माण किया जाएगा।
लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा, बनारस के घाटों की ही तर्ज पर गुलाल घाट का विकास किया जाएगा। हिंदू देवी-देवताओं की चित्रकारी से यहां के दीवार सजाए जाएंगे। जनवरी से इस पर काम शुरू होगा।
राज्य में शूटिंग के लिए फिल्म निमार्ताओं को आकर्षित करने के लिए नोएडा में एक मेगा फिल्म सिटी विकसित किए जाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले का समर्थन करने के लिए इस पहल की शुरूआत की गई।
–आईएएनएस
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