बंगाल विस चुनाव : पहले 3 घंटे में 15.3 फीसदी वोटिंग दर्ज (लीड-2)

कोलकाता, 27 मार्च (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के 30 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को 191 उम्मीदवारों के साथ पहले चरण के मतदान में पहले तीन घंटे में 15.30 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई है। चुनाव आयोग ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। इन सीटों पर आज 73 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

पहले चरण में दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र से जंगल महल के वे इलाके शामिल हैं, जिन्हें संवेदनशील माना जाता है। यहां सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ है।

यहां के अधिकांश मतदान केंद्रों में सुबह के दस बजे तक लोगों की लंबी कतारें देखी गईं।

चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप के मुताबिक, बांकुड़ा जिले में अनुमानित मतदाताओं का रुझान 18.36 प्रतिशत, झारग्राम में 16.17, पश्चिम मेदिनीपुर में 16.75, पूर्व मेदिनीपुर में 13.70 और पुरुलिया में 13.97 प्रतिशत रहा।

पूर्व मेदिनीपुर की सात सीटें – पटाशपुर, कांथी उत्तर, भगवानपुर, खेजुरी, कांथी दक्षिण, रामनगर और एगरा में होने जा रहे चुनाव पर सभी की पैनी नजर है क्योंकि यहां तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सदस्य सुवेंदु अधिकारी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है, जिन्होंने नंदीग्राम से अपना नामांकन दाखिल कराया है।

पहले चरण के लिए सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ है क्योंकि यहां नक्सलियों के गढ़ जंगल महल इलाके को काफी संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।

सुबह के पहले दो घंटों की तुलना में बाद में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई। इस दौरान लोगों ने काफी उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कई मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें होने के बावजूद माहौल शांतिपूर्ण बना रहा।

अभी हो जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल सबसे बड़ी विधानसभा है, यहां 294 सीटें हैं और सबसे ज्यादा आठ चरणों में मतदान होने हैं।

राज्य में शनिवार को मतदान के पहले चरण के शुरू होने के साथ 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के अन्य सात चरण 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होंगे। 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

अधिकारियों ने कहा, चुनाव आयोग ने सीआरपीएफ की कम से कम 684 कंपनियां तैनात की है, जो पांच जिलों में 7,061 परिसरों में स्थित 10,288 मतदान केंद्रों की रक्षा करेंगे।

इसके अलावा, अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में राज्य पुलिस की भी तैनाती की गई है।

–आईएएनएस

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