बच्ची को मारने से पहले पुलिस अधिकारी बोला- रुको मैं भी करूंगा रेप

श्रीनगर: कठुआ गैंगरेप मामले में पुलिस ने जो चार्जशीट तैयार की है, उसे पढ़कर आप न केवल सिहर उठेंगे बल्कि आपकी आँखें भी नम हो जाएंगी। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में इसी साल जनवरी में आठ साल की बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्याकर दी गयी थी। पुलिस ने चार महीने बाद कुल आठ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।

15 पन्नों की चार्जशीट में रासना गांव में देवीस्थान, मंदिर के सेवादार संजी को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। मास्टरमाइंड संजी बकरवाल समुदाय को इलाके से हटाने के लिए इस घिनौने कृत्य को अंजाम देना चाहता था। इसके लिए वह अपने नाबालिग भतीजे और अन्य छह लोगों को लगातार उकसा रहा था। पुलिस के मुताबिक साजिशकर्ता संजी के साथ विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजुरिया और सुरेंद्र वर्मा, उसके दोस्त परवेश कुमार उर्फ मन्नू, भतीजा राम किशोर और उसका बेटा विशाल जंगोत्रा उर्फ शम्मा भी इस अपराध में शामिल रहे।

लोगों को भड़काया
चार्जशीट में कहा गया है कि संजी बकरवाल समुदाय के तहसील में बसने के खिलाफ था। उसने हिंदू समुदाय के लोगों को भी भड़काया कि वे इस समुदाय के लोगों को बसने के लिए जमीनें न दें। तहसील में ज्यादातर हिंदू समुदाय की यह सोच बन गई थी कि यह समुदाय गो-हत्या और ड्रग तस्करी से जुड़ा है। अगर ये यहां बसते हैं तो उनके बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। इस कारण से किसी न किसी बात को लेकर बकरवाल समुदाय के लोगों को धमकियां दी जाती रहीं।

नशा देकर रेप
चार्जशीट के मुताबिक क्षेत्र में दोनों समुदायों के बीच विरोध इतना बढ़ गया कि लगातार अलग-अलग थानों में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई गईं। क्राइम ब्रांच की जांच के मुताबिक बच्ची को कठुआ जिले में एक मंदिर में ले जाया गया और वहां उसे नशा देकर उसके साथ एक सप्ताह तक कई बार रेप किया गया। यही नहीं बच्ची को मारने से पहले भी उसके साथ रेप हुआ।

मारने से पहले भी…
जब सभी आरोपी मासूम से बारी-बारी से रेप कर रहे थे, विशाल ने मेरठ में पढ़ने वाले अपने चचेरे भाई को फोन करके कहा कि अगर वह ‘मजा लूटना चाहता’ है तो आ जाए। इतना ही नहीं चार्जशीट के मुताबिक बच्ची को मारने से ठीक पहले एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें कुछ देर के लिए रोका क्योंकि वह अंतिम बार फिर रेप करना चाहता था। इसके बाद दूसरों ने भी फिर से बच्ची का रेप किया।

डेढ़ लाख की रिश्वत
चार्जशीट में कहा गया है कि रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई। मारने के बाद भी आरोपियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए मासूम मर जाए, उसके सिर पर पत्थर से कई वार किए। बाद में जांच के दौरान राम ने पुलिसकर्मियों को मामला दबाने के लिए 1.5 लाख रुपये की रिश्वत भी दी।