बांग्लादेश् : 3 हाई-विस्फोटक डिफ्यूज, 2 आतंकवादी गिरफ्तार

सुमी खान

ढाका, 12 जुलाई (आईएएनएस)। बांग्लादेश के नारायणगंज जिले में ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) की एक विशेष इकाई ने तीन उच्च विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया और नियो-जेएमबी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से जुड़े दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

डीएमपी की आतंकवाद निरोधी और अंतर्राष्ट्रीय अपराध इकाई (सीटीटीसी) के प्रमुख मोहम्मद असदुज्जमां ने रविवार रात आईएएनएस को इसकी पुष्टि की।

रात 10.45 बजे से 11.06 के बीच ऑपरेशन के दौरान क्षेत्र में लगातार तीन विस्फोट हुए।

अधिकारियों ने रविवार रात आईएएनएस को बताया कि गिरफ्तार किए गए नियो-जेएमबी सदस्यों में से एक की पहचान अब्दुल्ला अल मामून के रूप में हुई है, जिसने कानून प्रवर्तन और अन्य पेशेवरों पर कई आतंकवादी हमलों का नेतृत्व किया था।

पुलिस ने कहा कि मामून, जिसे डेबिट किनारा और अकिन अल बंगाली के नाम से भी जाना जाता है, एक मस्जिद में मुअज्जिन के रूप में काम करता था । इसके साथ ही वह एक अनाथालय में भी काम करता था।

उसने कबूल किया कि वह उस गुफा में रहता था जहां आईएस से प्रेरित संगठन नियो-जेएमबी आईईडी बनाता था।

उसके कबूलनामे के आधार पर, सीटीटीसी की टीम ने मीराबाजार, अरराइहजार उपजिला में मस्जिद पर छापा मारा और रिमोट से नियंत्रित आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनों और कच्चे माल की एक बड़ी मात्रा को जब्त कर लिया।

डीएमपी के अतिरिक्त उपायुक्त और सीटीटीसी की बम निरोधक इकाई के प्रमुख रहमत उल्लाह चौधरी ने कहा कि मामून ने अपनी गिरफ्तारी के बाद प्राथमिक पूछताछ के दौरान कबूल किया था कि वह आईईडी बनाता था।

मामून भी अपनी पहचान छुपाकर एक अनाथालय में काम कर रहा था।

पिछले मई में नियो-जेएमबी के उग्रवादियों ने नारायणगंज के सिद्धिरगंज में ट्रैफिक पुलिस बॉक्स के बगल में रिमोट से नियंत्रित आईईडी छोड़ा था।

सीटीटीसी की बम निरोधक टीम ने इसे डिफ्यूज किया।

सीटीटीसी के अधिकारियों ने कहा है कि आईईडी को मामून ने गुफा में बनाया था।

गिरफ्तार किए गए दूसरे आतंकवादी की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।

–आईएएनएस

एसएस/आरजेएस