बांदा जिला प्रशासन खुद धरने पर, बैरंग लौटे फरियादी

 बांदा, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ जाने से जिला प्रशासन का कामकाज ठप हो गया और दूर-दराज से आने वाले फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ा।

 उप्र राजस्व महासंघ के बैनर तले गुरुवार को जिले की सभी पांच तहसीलों के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ, लेखपाल संघ समेत पांच अलग-अलग संघों से जुड़े अन्य अधिकारी व कर्मचारी अपनी वेतन संबंधी मांगों को लेकर धरने पर बैठ रहे, जिससे दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्र से आए फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ा है।

एक सवाल के जवाब में सदर तहसीलदार और महासंघ के संरक्षक अवदेश कुमार निगम ने कहा कि “कभी-कभी डॉक्टर को भी इलाज की जरूरत होती है। उसी तरह आज समझ लीजिए कि हम लोग हमेशा दूसरों की समस्याएं सुलझाते हैं, आज हमें भी इलाज की जरूरत है, इसलिए हम मरीजों की तरह लेट गए हैं।”

इसी दौरान कमासिन के राजकीय कस्तूरबा गांधी विद्यालय की कई छात्राएं अपनी गंभीर समस्याएं लेकर कलेक्ट्रेट आईं और उन्हें वापस लौटना पड़ा। ये सभी छात्राएं जिलाधिकारी के कार्यालय तो पहुंचीं, लेकिन धरने पर बैठे अधिकारियों के भाषण के शोर की वजह से कुछ बता नहीं पाईं।