राष्ट्रपति ने कोविंद ने ट्वीट किया, बूटा सिंह के निधन से देश ने लंबे समय तक सेवा करने वाले सांसद और विशाल प्रशासनिक अनुभव रखने वाला व्यक्ति खो दिया है। वह शोषितों और वंचितों की लड़ाई लड़ने वाले चैम्पियन थे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, बूटा सिंह जी एक अनुभवी प्रशासक और गरीबों के साथ-साथ वंचित वर्ग के कल्याण के लिए प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से दुख हुआ है। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।
पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सरदार बूटा सिंह का शनिवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंह, बिहार के राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने के अलावा आठ बार लोकसभा सदस्य रहे थे।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पी.वी. नरसिम्हा राव के साथ काम किया। वह 2004 से 2006 तक बिहार के राज्यपाल थे।
जालंधर में जन्मे सिंह के पास रेलवे, वाणिज्य, संसदीय कार्य, खेल, जहाजरानी, कृषि, संचार और आवास जैसे प्रमुख विभाग थे।
वह वर्ष 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रहे।
–आईएएनएस
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