प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, भरूच के एक अस्पताल में आग लगने से जानमाल के नुकसान से आहत हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
यह भरूच जिले का एक कल्याणकारी अस्पताल था जहां शनिवार को तड़के लगभग 1 बजे आईसीयू वार्ड में आग लग गई। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का मानना था कि शॉर्ट स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट की वजह से उस समय धमाका हो सकता था, जब मरीज सो रहे थे। आग लगने की सूचना के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने वेंटिलेटर पर मौजूद मरीजों को बचाने का प्रयास किया।
स्थानीय लोगों ने कांच की खिड़कियों को तोड़ दिया और अन्य रोगियों को बचाया। सूत्रों ने बताया कि आग लगने के समय आईसीयू वार्ड में लगभग 27 मरीज थे। उन्हें पास के निजी अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया।
फायर टेंडरों ने भी तुरंत पहुंचकर आधे घंटे के भीतर आग को नियंत्रित कर लिया।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने दो वरिष्ठ नौकरशाहों, अतिरिक्त मुख्य सचिव (श्रम और रोजगार) विपुल मित्रा और आयुक्त (नगरपालिका) राजकुमार बेनीवाल को नियुक्त किया। एक जांच के लिए भरूच पहुंचे। रूपानी ने कहा कि न्यायिक जांच भी शुरू की जाएगी।
रुपाणी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ितों के प्रत्येक परिजन को 4 लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
–आईएएनएस
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