लॉर्डस में दूसरे टेस्ट में जीत इस साल विदेश में पांच टेस्ट में से भारत की तीसरी जीत थी। इनमें से दो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, जबकि एक इंग्लैंड में आई है।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर ने आईएएनएस को बताया, भारत के तेज गेंदबाज वर्तमान में सभी आक्रमण कर रहे हैं। पहले, हमारे पास रक्षात्मक गेंदबाज होते थे। कई बार, वे लाइन और लेंथ पर ध्यान केंद्रित करते थे और आक्रमण नहीं करते थे। अब यह अलग है। जब आपके पास शमी और बुमराह में दो आक्रमणकारी गेंदबाज हों, यह ईशांत शर्मा जैसे किसी व्यक्ति पर भी लागू होता है, जिसने हाल ही में महसूस करना शुरू कर दिया है कि अगर वह आक्रमण नहीं करते हैं, तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा। हमारी टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है।
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, अगर हम 200 (271) का बचाव करने में सफल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि हमारी गेंदबाजी में काफी ताकत है। हम भारत से जीत के लिए खेल सकते हैं।
बुमराह, शमी और ईशांत ने पहले ही खुद को एक खतरनाक तिकड़ी के रूप में स्थापित कर लिया था। कैलेंडर वर्ष 2018 में उनके 136 विकेटों ने 1984 में वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज जोएल गार्नर, माइकल होल्डिंग और मैल्कम मार्शल के 130 विकेटों को पीछे छोड़ दिया था। मोहम्मद सिराज ने आकर भारत को एक अतिरिक्त बढ़त दी।
सिराज, जिन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पदार्पण किया, ऊर्जा और जोश लाते हैं। भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने हाल ही में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के आत्मविश्वास की सराहना की थी।
अरुण ने हाल ही में आर अश्विन के यूट्यूब शो में कहा था, सिराज में भूख और ²ढ़ संकल्प है। उनका आत्मविश्वास ही उनकी सबसे बड़ी ताकत और सफलता का कारक है।
कप्तान विराट कोहली ने लॉर्डस में खेलते हुए इस अवसर से अभिभूत नहीं होने के लिए उन्हें स्वीकार किया। कोहली ने कहा, सिराज जैसा कोई व्यक्ति लॉर्डस में पहली बार खेल रहा था। इस लिहाज से उसने शानदार गेंदबाजी की।
–आईएएनएस
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