भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चुनौतीपूर्ण, लेकिन साध्य : मोदी

नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनका लक्ष्य भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है, जो चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसे हासिल किया जा सकता है। उन्होंने राज्यों से आह्वान किया कि वे अपनी मुख्य क्षमताओं को पहचानें और जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) लक्ष्यों को बढ़ाने की दिशा में काम करें।

नीति आयोग के शासी परिषद की पांचवीं बैठक में मोदी ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि सशक्तीकरण और जीवनयापन में आसानी प्रत्येक भारतीय को प्रदान की जानी है।

उन्होंने कहा, “2024 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर (5,000 अरब डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन निश्चित रूप से हासिल किया जा सकता है। राज्यों को अपनी मुख्य क्षमता को पहचानना चाहिए और जिला स्तर से जीडीपी के लक्ष्य को बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि विकासशील देशों की प्रगति में निर्यात क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। केंद्र और राज्यों को प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए निर्यात में वृद्धि की दिशा में काम करना चाहिए।

मोदी ने कहा, “उत्तर पूर्वी राज्यों सहित कई राज्यों में निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। राज्य स्तर पर निर्यात को बढ़ावा देने से आय और रोजगार दोनों को बढ़ावा मिलेगा।”

स्वच्छ भारत अभियान और प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में बताते हुए कि केंद्र और राज्य मिलकर क्या कर सकते हैं, प्रधानमंत्री ने राज्यों से अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी पर ध्यान देने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, “प्रत्येक भारतीय को सशक्त बनाना होगा और उन्हें जीवनयापन में आसानी प्रदान करना होगा। इस मंच पर हर किसी का लक्ष्य 2022 तक नए इंडिया का लक्ष्य पूरा करना है।”

इस बैठक में जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लेफ्टिनेंट गवर्नर और अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया।