गोवा सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, राज्य में कहीं भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। जबकि जहां लगभग सभी विपक्षी राजनीतिक दलों, जैसे कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, गोवा फॉरवर्ड, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 3 कृषि कानूनों के विरोध में देशव्यापी हड़ताल में किसान संघों के आह्वान का समर्थन किया है।
हड़ताल का समर्थन करने वाले व्यापारी संघों के प्रमुख और राजनीतिक दलों के प्रमुख पणजी शहर के चौक पर इकट्ठा हुए। यहां उन्होंने इन काले कानूनों को पारित करने के लिए केंद्र सरकार की निंदा की। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा, ये कानून किसानों को कॉपोर्रेट क्षेत्र के हाथों की कठपुतली बना देंगे।
गोवा फॉरवर्ड के अध्यक्ष विजई सरदेसाई ने कहा, रेलवे कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आपातकाल लागू करना पड़ा था जो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लिए राजनीतिक कयामत बना। अब किसान भाजपा से लड़ने के लिए विपक्षी नेताओं को एक साथ आने का रास्ता दिखा रहे हैं।
हालांकि भारत बंद का गोवा के बाजारों, दफ्तरों और सार्वजनिक परिवहन पर कोई असर नहीं पड़ा है। गोवा पुलिस ने कहा तटीय राज्य में कहीं भी हड़ताल से संबंधित कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है।
सोमवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि हड़ताल का गोवा में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
–आईएएनएस
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