भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा : मोदी (लीड-2)

नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किला के प्राचीर से एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद का सृजन किया जाएगा। इस संबंध में विभिन्न रक्षा समितियों की सिफारिश काफी समय से लंबित थी।

73वें स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारा सैन्यबल देश का गौरव है। तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए भारत में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) होगा। इससे सैन्यबल और अधिक प्रभावी होगा। नवसृजित सीडीएस सेना के तीनों अंगों को देखेगा।”

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए ट्वीट के जरिए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सीडीएस की स्थापना की घोषणा आवश्यक सुधार लाने और सेना के तीनों अंगों में बेहतर समन्वय बनाने के साथ-साथ उनके कामकाज को प्रभावी बनाने के मकसद से की गई है।”

सिंह ने कहा, “सीडीएस का भारत की सुरक्षा पर दूरगामी और सकारात्मक प्रभाव होगा।”

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का सृजन कारगिल समीक्षा समिति की एक प्रमुख सिफारिश रही है।

सेना के तीनों अंग- थल सेना, नौसेना और वायुसेना- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के अंतर्गत आएगी।

सरकार ने सैन्यबलों की युद्धक क्षमता को बढ़ाने और रक्षा व्यय को फिर से संतुलित करने के उपायों की सिफारिश करने के लिए सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी.बी. शेकटकर की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया था।

समिति ने रक्षा मंत्री के मुख्य सैन्य सलाहकार के रूप में एक फोर-स्टार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त करने का सुझाव सरकार को दिया।

कारगिल युद्ध के दौरान सेना प्रमुख रहे सेवानिवृत्त जनरल वेद प्रकाश मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के शीघ्र बाद इस निर्णय का स्वागत किया।

उन्होंने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मोदी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद की ऐतिहासिक घोषणा करने के लिए आपका धन्यवाद।”

मलिक ने कहा, “यह कदम हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को अधिक प्रभावी और अधिक किफायती बना देगा। इससे बेहतर ज्वाइंटमैनशिप और मल्टी-डिसिप्लिनरी को-ऑर्डिनेशन सुनिश्चत होगा। आपको सलाम।”