सर्वे से पता चला है कि लगभग 38 फीसदी उपभोक्ता 30 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच का होम लोन लेना चाहते हैं।
बेंगलुरु, हैदराबाद और दिल्ली के प्रमुख आवासीय बाजारों में उपभोक्ताओं की मुख्य मांग का कुल 46 प्रतिशत 30 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच की प्रॉपर्टी में है।
मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि मांग बढ़ने के पीछे कई कारण हैं, जैसे घर से काम (वर्क प्रॉम होम), सर्किल रेट और स्टैंप ड्यूटी में कमी और कम ब्याज दर।
सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 20 प्रतिशत भावी खरीदार 50 लाख रुपये से 1 लाख रुपये और उससे अधिक का होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं।
मैजिकब्रिक्स के सीईओ, सुधीर पई ने उपभोक्ताओं के नए ट्रेंड पर टिप्पणी करते हुए कहा, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से हम मध्य और उच्च श्रेणी की संपत्तियों के लिए होम लोन की मांग में वृद्धि देख रहे हैं।
पई ने कहा, बाजार में सेंटीमेंट मांग के अनुरूप है और मैजिकब्रिक्स पर लोगों के सर्च से पता चला है कि उपभोक्ताओं की औसत खोज 34 लाख रुपये की प्रॉपर्टी है। यह उद्योग के लिए अच्छी खबर है और इस ओर इशारा करती है कि आवासीय अचल संपत्ति में मांग बढ़ रही है।
सर्वेक्षण ने आगे बताया कि अधिकांश मांग बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई और पुणे के प्रमुख आवासीय बाजारों से आ रही है।
होम लोन के अलावा, प्रॉपर्टी पर लोन (एलएपी) और बैलेंस ट्रांसफर लोन कंज्यूमर प्रिफरेंस के लिहाज से उपभोक्ताओं की पसंद है।
–आईएएनएस
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