‘मप्र में एक साल में 1 लाख से ज्यादा बने रोजगार के अवसर’

भोपाल, 2 जनवरी (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास की रफ्तार गति पकड़ रही है और बीते एक साल में राज्य में जहां औद्योगिक क्षेत्र में 32,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है, वहीं एक लाख नौ हजार से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर विकसित हुए हैं। यह दावा सरकारी आंकड़ों में किया गया है। आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में पिछले वर्षो की तुलना में बीते 12 माह में स्थापित इकाइयों में 52 प्रतिशत अधिक निवेश हुआ है। उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन देने के लिए उठाए गए कदमों के चलते वर्ष 2019 में प्रदेश में वृहद, मध्यम और लघु उद्योगों में कुल 32,500 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इस अवधि में एक लाख नौ हजार 210 रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हुए।

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि उद्योगों को 773 एकड़ से अधिक विकसित भूमि आवंटित की गई। इससे पहले वर्ष 2018 में 463 एकड़ जमीन ही उद्योगों को आवंटित हो सकी थी। औद्योगिक केंद्र विकास निगम ने विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2019 में 67 प्रतिशत अधिक विकसित औद्योगिक भूमि आवंटित की। इसके साथ ही बिजली की खपत भी 17 प्रतिशत बढ़ी है।

मुख्यमंत्री कमल नाथ का कहना है कि सभी उद्योगों के लिए एक निवेश नीति पर अमल हो रहा है, मगर अलग-अलग क्षेत्र में उद्योगों की जरूरत के मुताबिक, नीति बनाने के निर्देश सरकार द्वारा दिए हैं। बड़े उद्योगों के साथ मध्यम और छोटे उद्योगों को महत्व मिल रहा है। इस कदम से इस क्षेत्र में निवेश बढ़ रहा है।

राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए फैग्रीफिसेंट एमपी का आयोजन किया गया। इस आयोजन में देश के बड़े उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कमल नाथ की औद्योगिकीकरण की सोच को सराहा था और राज्य में निवेश की इच्छा भी जताई थी।

आंकड़े बताते हैं कि राज्य सरकार द्वारा निर्मित विश्वास के वातावरण में बड़े-बड़े उद्योग आ रहे हैं। पिछले एक साल में 100 करोड़ से अधिक प्रस्तावित पूंजी निवेश के 11 उद्योगों ने प्रदेश में प्रवेश किया।

राज्य सरकार ने उद्योग को जमीन देने के नियमों में भी बदलाव किया है। इसके मुताबिक, बड़े उद्योगों को पटटे पर मिली जमीन के पांच फीसदी हिस्से पर मजदूरों व कर्मचारियों के लिए भवन बनाने होंगे।