मप्र में पूर्व विधायक का बयान भाजपा के लिए नई मुसीबत

 भोपाल, 19 जुलाई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में इंदौर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आकाश विजयवर्गीय के ‘बल्लाकांड’ पर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह के बयान ने सियासत गरमा दी है।

  उन्होंने कहा कि “गरीबों के साथ अन्याय हुआ तो सड़कों पर खून बहा देंगे।” उनके इस बयान ने भाजपा के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। पूर्व विधायक के बयान को लेकर जहां कांग्रेस हमलावर हो गई है, वहीं भाजपा को रक्षात्मक रुख अपनाना पड़ रहा है।

भाजपा के भोपाल से विधायक रहे सुरेंद्र नाथ सिंह ने गुरुवार को बिजली बिल और गुमटी वालों को विस्थापित किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया और विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने कहा कि “अगर गरीबों के साथ अन्याय हुआ तो सड़कों पर खून बहेगा।”

इस मामले को लेकर एक ऑडिया भी वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ का खून भी बहाने की बात कही गई है।

सिंह के खिलाफ पुलिस ने नगर निगम के अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

सुरेंद्र नाथ के इस बयान पर राज्य की सियासत गरमा गई है। पार्टी ने सिंह के बयान से किनारा कर लिया है।

पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को कहा, “भाषा संयमित होनी चाहिए, काम चाहे जितना पवित्र हो, मगर भाषा पर नियंत्रण जरूरी है।”

सूत्रों के अनुसार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी पूर्व विधायक सिंह के बयान पर नाराजगी जताई है।

पार्टी जहां पूर्व विधायक के बयान पर ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा के ‘चाल और चरित्र’ पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा, “भाजपा का चाल और चरित्र सबके सामने है। पूर्व में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जब कानून को हाथ में लिया गया। अब पूर्व विधायक का बयान आया है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के विधायक गिरिराज दंडोतिया ने खून बहाने वालों की ‘गर्दन काट लेने’ की बात कही है। विधानसभा में भी कांग्रेस विधायकों ने पूर्व विधायक के बयान पर हंगामा किया।

कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा के पूर्व विधायाक सुरेंद्र नाथ सिह का कथन- ‘सड़कों पर खून बहेगा और यह खून कमलनाथ का होगा’, यह भाषा किसी राजनेता की है या आतंकवादी की?”

उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय स्तर के एक नेता को यह साफ-साफ धमकी है। कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा में हल्ला मचाने वालों को क्या लकवा मार गया है?”