गौरतलब है कि डेमोक्रेटिक सांसदों ने ट्रंप पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने पिछले महीने अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल) पर धावा बोलने के लिए अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसाया था। साथ ही डेमोक्रेटिक सांसदों ने अमेरिकी सीनेट से यह आग्रह भी किया था वह ट्रंप को दोषी ठहराए और उन्हें दोबारा पद ग्रहण करने से रोके।
दूसरी ओर, ट्रंप की लीगल टीम ने दलील दी है कि पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग का मामला पूरी तरह असंवैधानिक है क्योंकि वह पहले ही इस पद को छोड़ चुके हैं। बहरहाल, ट्रंप के खिलाफ महाभियोग मामले की सुनवाई अगले सप्ताह शुरू हो सकती है।
गौरतलब है कि अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत में है। अमेरिकी संसद भवन पर हिंसा के एक सप्ताह बाद और राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के कार्यकाल की समाप्ति के एक हफ्ते पहले 13 जनवरी को डेमोक्रेट्स ने दंगा भड़काने के लिए उनके खिलाफ महाभियोग चलाने के पक्ष में वोट दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप एकमात्र ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग का मामला चलाया गया है। अमेरिका का संविधान प्रतिनिधि सभा को महाभियोग चलाने का अधिकार प्रदान करता है।
महाभियोग प्रक्रिया के माध्यम से अमेरिकी कांग्रेस आरोप लगाती है और फिर राजद्रोह, रिश्वत, या अन्य उच्च अपराध और दुष्कर्म के लिए संघीय सरकार के किसी अधिकारी के खिलाफ सुनवाई शुरू करती है।
–आईएएनएस
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