महिलाओं के लिए अभी भी चुनौतीपूर्ण है भारतीय स्पोर्ट्स मीडिया : कांथि सुरेश

 नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)| एक साल पहले भारत का पहला ओवर-द-टॉप स्पोर्ट्स न्यूज चैनल-पावर स्पोट्र्ज शुरू करने वाली कांथि सुरेश का मानना है कि मेल-डॉमिनेटेड स्पोर्ट्स मीडिया क्षेत्र में भारतीय महिलाओं के लिए स्थान बनाना अभी भी चुनौतीपूर्ण है।

 कांथि ने आईएएनएस के साथ साक्षात्कार में कहा, “हमारे यहां अगर कोई महिला स्पोर्ट्स मीडिया में जगह बनाना चाहती है तो उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हैरानी की बात यह है कि चुनौतियों का दौर जारी है।”

कांथि हालांकि चुनौतियों से विचलित नहीं होतीं। पावर स्पोट्र्ज के आज चार लाख डेली यूजर्स हैं। अगले साल के लिए अपने प्लांस को शेयर करते हुए कांथि ने दावा किया कि इनमें से 2.5 लाख यूजर्स भारत से हैं।

कांथि ने कहा, “नए साल में भारत के हर क्षेत्र में रिपोर्ट्स नियुक्त करेंगे, जो उस क्षेत्र विशेष की खेल सम्बंधी समस्याओं और बातों को सम्बोधित करेंगे। केरल को पता चलना चाहिए कि कश्मीर में क्या ह ो रहा है। मैं चाहती हूं कि हमारा देश खेलों से सम्बंधित जागरूकता के माध्यम से एकीकृत हो। दुनिया के अलग-अलग देशों से ग्लोबल रिपोर्टिग भी मेरे एजेंडे में है।”

भारत के लिए ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स कवर कर चुकीं कांथि ने महसूस किया कि भारत में स्पोर्ट्स को लेकर काफी काम किया जाना बाकी है।

कांथि ने अपने सफर में कई तरह की चुनौतियों का सामना किया है। लोगों को यह समझाना कि स्पोर्ट्स में किसी मैच के अलावा भी काफी कुछ है क्योंकि भारत में अब तक इसी बात पर जोर दिया जाता रहा है। कांथि के मुताबिक लोगों को मैच स्कोर से आगे ले जाने की जरूरत है और खेल को एक विषय के रूप में अपनाया जाना चाहिए और साथ ही साथ इस पर परिचर्चा भी होनी चाहिए।

कांथि ने कहा, “दूसरी सबसे बड़ी चुनौती देश के अलग-अलग भागों से खेल सम्बंधी सूचना को एकत्रित करना था। आपके पास खेल समाचारों के लिए एक कोई खास एजेंसी नहीं है। तीसरा चैलेंज यह था कि आज भारत में खेल पत्रकारिता में प्रशिक्षित कामगारों की कमी है।”

एक साल तक एक चैनल चलाने के बाद कांथि ने महसूस किया कि भारत में लोग सिर्फ क्रिकेट के बारे में बात नहीं करना चाहते। वह कहती हैं, “दर्शक क्रिकेट, फुटबाल, बैडमिंटन, गोल्फ व अन्य खेलों से जुड़े मुद्दों के बारे में जानना और बात करना चाहते हैं।”