समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रदरहुड के अंतर्राष्ट्रीय संगठन के प्रमुख इज्जत पर निर्दोषों की हत्या करने, हथियार रखने और नागरिकों को आतंकित करने का आरोप लगाया गया था।
यह मामला 2013 का है, जब ब्रदरहुड के सदस्यों ने 9 लोगों की हत्या कर दी थी और इस्लामवादी दिवंगत नेता मोहम्मद मुर्सी की सेना के नेतृत्व वाले उलेमा के 91 लोगों को बंधक बना दिया था। मुर्सी मिस्र के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति थे।
यह हिंसा पूर्वी काहिरा के मोअकतम जिले में ब्रदरहुड मुख्यालय के बाहर हुई थी। अगस्त 2020 में गिरफ्तार किए गए इज्जत को अगस्त 2013 में समूह के सर्वोच्च कार्यवाहक मार्गदर्शक बनाया गया था। उसने मोहम्मद बदी की जगह ली थी, जो वर्तमान में हिंसा के आरोपों में उम्रकैद की सजा काट रहा है।
1981 में समूह के मार्गदर्शन ब्यूरो के सदस्य के रूप में मशहूर रहे इज्जत को फिलिस्तीनी हमास आंदोलन के साथ जासूसी के आरोपों पर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
–आईएएनएस
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