मुस्लिम वोटों को सहेजने के लिए सपा निकाल रही साइकिल यात्रा

लखनऊ, 12 मार्च (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी (सपा) अपने मुस्लिम वोटों को सहेजने के लिए लगातार नई रणनीति बना रही है। 12 मार्च यानि आज आजम खान के गढ़ रामपुर से शुरू हो रही साइकिल यात्रा इसी का हिस्सा है।

रामपुर से शुरू होने वाली साइकिल यात्रा का नेतृत्व सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वयं करने के लिए पहुंच गए हैं। करीब 350 किलोमीटर का सफर तय कर यह यात्रा 21 मार्च को लखनऊ पहुंचेगी। सपा का आरोप है कि रामपुर के सांसद आजम खां के खिलाफ भाजपा सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। इसी के विरोध में साइकिल यात्रा के जरिए सपा जनता का ध्यानाकर्षण करेगी।

रामपुर से निकलने वाली यह साइकिल यात्रा बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर, सीतापुर होते हुए लखनऊ पहुंचेगी। यात्रा की शुरुआत मोहम्मद अली जौर विवि में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा से होगी। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर होने वाली जनसभा और चौपाल में मोहम्मद अली जौहर विवि के संस्थापक व सांसद मो. आजम खां के खिलाफ हुई कार्रवाई का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा।

साइकिल यात्रा जौहर यूनिवर्सिटी से शुरू होगी, जो शहर में विभिन्न मार्गों से होते हुए आंबेडकर पार्क तक पहुंचेगी। 11 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी, सपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, युवजन सभा के प्रदेशाध्यक्ष अरविंद गिरी, समाजवादी यूथ ब्रिगेड के प्रदेशाध्यक्ष अनीस राजा, समाजवादी लोहिया वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष डा. राम करन निर्मल, समाजवादी छात्र सभा के प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय सिंह शामिल रहेंगे।

जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार गंगवार ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ साइकिल यात्रा में केवल पार्टी के बड़े नेता और सांसद व विधायक ही रहेंगे। कुल 40 लोगों के साथ रहने की संभावना है। कार्यकर्ता अगले दिन 13 मार्च से लखनऊ के लिए यात्रा निकालेंगे।

ज्ञात हो कि आजम खां के जरिए समुदाय विशेष के वोटबैंक को सहेजने की फिराक में सपा लगी है। जनसभाओं के माध्यम से लोगों का ध्यान इस ओर खींचने का प्रयास होगा। जिन क्ष़्ोत्रों से यह यात्रा गुजर रही है, उनमें दर्जनभर विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम वोटरों की संख्या मजबूत है। इसका संदेष प्रदेश भर के मुस्लिमों को देने का प्रयास होगा।

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आजम खां के जरिए एक तरह आधार वोटबैंक लामबंद होगा तो दूसरी तरफ युवाओं को जोड़ा जा सकेगा। जौहर विवि के बहाने सपा शासन में किए गए शैक्षिक विकास को भी लोगों को याद दिलाया जाएगा।

–आईएएनएस

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