मैं संगीत के साथ पैदा हुई हूं : सनिका कुलकर्णी

नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। पांच साल की उम्र में शास्त्रीय प्रशिक्षण शुरू करने वाली तीसरी पीढ़ी की संगीतकार सनिका कुलकर्णी का कहना है कि वह संगीत के साथ पैदा हुई हैं।

हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका का कहना है कि जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता सरोद वादक पंडित राजन कुलकर्णी से हासिल की, तो वहीं उनकी मां भी एक गायिका हैं। मैं संगीत सुनते हुए बड़ी हुई, और यह मेरा एक जरूरी हिस्सा बन गया। मैं इसे कभी भी खुद से अलग नहीं कर सकी। बाद में, मैंने वीणा सहस्रबुद्धे से सीखना शुरू किया, और हर कदम पर मेरे परिवार ने साथ दिया ।

उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा अभी शुरू हुई है। कुलकर्णी के वीणा के प्रशिक्षण ने उन्हें ग्वालियर गायकी में बारीक तकनीक और बारीकियां सीखने के लिए प्रेरित किया है।

2020 में युवा गायिका पुरस्कार और सुर रत्न पुरस्कार की प्राप्तकर्ता, युवा गायिक को लगता है कि शास्त्रीय कलाओं के लिए राशि इकट्ठा करने के लिए एक स्वस्थ दृष्टिकोण की खोज करने की आवश्यकता है।

लॉकडाउन का समय संगीत सीखने के लिए अच्छा रहा है। उन्होंने कहा, यह समय बहुत नया रहा है, लेकिन आखिरकार, हम सभी को इसे स्वीकार करना पड़ा। बेशक, डिजिटल संगीत कार्यक्रम बढ़ रहे हैं, लेकिन यह हमें अपने दर्शकों से जोड़े रखता है। मुझे लगता है कि अगर आपके पास सकारात्मक सोच है, तो सब कुछ ठीक हो जाता है।

–आईएएनएस

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