मोदी अभूतपूर्व कूटनीति के जरिए यूएन में रखेंगे भारत का दृष्टिकोण

संयुक्त राष्ट्र, 20 सितम्बर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों की टीम अभूतपूर्व उच्च वैश्विक कूटनीति के जरिए अगले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र में अपने को प्रभावी तरीके से पेश करेंगे। वह दुनिया में भारत के स्थान पर अपने दृष्टिकोण रखेंगे।

संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्चस्तरीय वार्षिक बैठकों से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दूर रहने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भी मुख्य बैठकों से दूर रहने के कारण मोदी दुनिया के दूसरे सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के शासनाध्यक्ष के तौर पर संयुक्त राष्ट्र में सर्वाधिक हाई प्रोफाइल नेता होंगे। भारत जलवायु परिवर्तन से लड़ने वालों में एक प्रमुख ताकत है, और सत्र का केंद्र बिंदु जलवायु परिवर्तन होगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में 45 राष्ट्रपति और 100 प्रधानमंत्री एक जगह एकत्रित होंगे, जहां गहन कूटनीतिक गतिविधि आयोजित होगी।

अकबरुद्दीन ने गुरुवार को एक न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि मोदी संयुक्त राष्ट्र और शहर में नौ व्याख्यान देंगे। विदेश मंत्री एस.जयशंकर के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुनिया के 75 नेताओं के साथ 30-30 मिनट की द्विपक्षीय बैठकें भी निर्धारित हैं।

इसके अतिरिक्त कई नेताओं के साथ संक्षिप्त शिष्टाचार बैठकें होंगी।

इस बीच भारतवंशी अमेरिकी समुदाय के नेताओं के साथ बातचीत के अलावा, वह अपने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के लिए कारोबारी नेताओं से भी मिलेंगे।

अकबरुद्दीन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत के लिए बैठकों की संख्या अभूतपूर्व है, जो अन्य देशों द्वारा भारत के महत्व पर मुहर लगाता है, क्योंकि अधिक से अधिक नेता राष्ट्र के नेतृत्व से मिलना चाहते हैं या इसके द्वारा आयोजित बैठकों में हिस्सा लेना चाहते हैं।

जयशंकर के अलावा, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर व विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन भी मंत्रियों की टीम में शामिल हैं और वे अपनी-अपनी जिम्मेदारियां संभालेंगे।

जयशंकर विभिन्न विदेश मंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।