उनका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत होगा।
पूर्व सीबीआई अधिकारी को कोविड के कारण कुछ दिन पहले चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बुधवार सुबह 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार में चार बच्चे और पत्नी है।
उन्होंने यूजीसी घोटाला मामले, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एसी मुथैया के खिलाफ 102.8 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले को भी देखा था।
उन्होंने लगभग दस साल तक राजीव गांधी हत्या मामले की जांच की। उन्हें 1988 में पुलिस पदक और 1994 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।
उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद एक पुस्तक कांस्पेयरी टू किल राजीव गांधी लिखी थी, और एक वृत्तचित्र ह्यूमन बम का निर्माण किया था। उन्होंने एक पुस्तक थर्ड डिग्री क्राइम इन्वेस्टिगेशन मैनेजमेंट भी लिखी है।
–आईएएनएस
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