लंबी बिजली कटौती के चलते एनसीआर में चल रहे जेनसेट

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए हाल में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) शुरू किया गया। इससे सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या में कमी, डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बंद करने व ईंट-भट्ठों व स्टोन क्रशर को बंद करने के लिए कड़े कदम उठाने में मदद मिली है।

इन उपायों में खास तौर से डीजल जनरेटर पर रोक लगाने के दिशानिर्देश ने गुरुग्राम, नोएडा व नोएडा एक्सटेंशन जैसे आवासीय सोसाइटियों व कार्यालयों के लिए एक विवाद पैदा किया है। इन जगहों पर डीजल जनरेटर बिजली कटौती के दौरान ऊर्जा के प्रमुख स्रोत हैं।

नोएडा व नोएडा एक्सटेंशन में ज्यादातर कॉलोनियों में दिशानिर्देशों की उपेक्षा करते हुए पाया गया। इन कॉलोनियों में सोसाइटी मैनेजमेंट निवासियों को बिजली की आपूर्ति के लिए डीजल जनरेटर का इस्तेमाल कर रहे हैं।

जीआरएपी मंगलवार से लागू किया गया है।

ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन में शाहबेरी गांव के निकट एक निजी बिल्डर द्वारा डेवलप किए गए एक टाउनशिप के एक निवासी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस से कहा, “जीआरएपी क्या है? इलाके में कोई भी इस दिशानिर्देश के बारे में नहीं जानता और खास तौर से जब लंबी बिजली कटौती होगी तो जनरेटर के इस्तेमाल के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है।”