विश्व मौखिक स्वास्थय दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

पिंपरी : पुणे समाचार

देश मे हर साल आठ लाख से ज्यादा लोग तंबाखुजन्य पदार्थ का सेवन करने से मौत की घटना घटती हैं। पुलिस दल में का काम और भागदौड़ बहुत ज्यादा होती हैं। इसीलिए तंबाखू जन्य पदार्थ का सेवन करने का प्रमाण बड़े पैमाने पर होता है। पुलिस ने अपनी आरोग्य का ध्यान रखना चाहिए । तंबाखू का सेवन करने से दूर रहे और अपने मौखिक आरोग्य की भी जांच समय पर करने की बात परिमंडल 3 के डीसीपी गणेश शिंदे ने कही हैं।

इंडियन डेन्टल असोसिएशनच्या पिंपरी चिंचवड शाखेच्या वतीने जागतिक मौखिक आरोग्य दिनानिमित्त मंगळवारी (दि. 20 मार्च) पिंपरी, पुणे येथे विविध कार्यक्रमांचे आयोजन करण्यात आले होते. यामध्ये मौखिक आरोग्य तपासणी, आरोग्य निरीक्षक, पोलीस, शिक्षक, अंध व विशेष विद्यार्थ्यांना मार्गदर्शन, उत्कृष्ट कार्य केलेल्या दंत वैद्यांचा गौरव करण्यात आला. कार्यक्रमाचे उद्‌घाटन पोलीस उपायुक्‍त शिंदे यांच्या हस्ते करण्यात आले.


इंडियन डेंटल असोशियन पिंपरी चिंचवड़ की ओरसे विश्व मौखि आरोग्य दिन के चलते विश्व मौखिक स्वास्थय दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। था। जिसमे मौखिक आरोग्य की जांच, आरोग्य निरीक्षक,पुलिस, शिक्षक , अंध और अपंग छांत्रो को मार्गदर्शन किया गया और उनके कामगिरी को सराहा गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन डीसीपी गणेश शिंदे के हस्ते किया गया। कार्यक्रम में मुंह के कैंसर के कारण व बचाव के बारे में अवगत करवाया। मरीजोंको और तंबाखू सेवन कर्मियों को मुंह की स्वच्छता व स्वास्थय के विषय में जागरूक किया गया। इस अवसर पर तम्बाकू के दुष्प्रभाव के बारे में बताते हुए डीसीपी गणेश शिंदे ने कहा कि, बुरी आदत को तुरंत छोडऩे की सलाह दी।तंबाखू का सेवन ना करे. लोगो मे जागरूकता करना बहुत जरूरी है। वही दूसरी ओर युवाको तंबाखू का सेवन करने से रोकना और योग्य मार्गदर्शन करना बेहद जरूरी हैं। इस कार्यक्रम पीएनजी ॲण्ड सन्स के संचालिका रेणू गाडगील, नॉव्हेल ग्रुप ऑफ इन्स्‍टिट्युट के अमित गोरखे, वायसीएम रुग्णालय दंत विभागाचे विभाग के प्रमुख डॉ. यशवंत इंगले आदी उपस्थित होते.

समाज के प्रति कुछ करने का जज्बा हो तो हैम बहित कुछ कर सकते हैं। 2022 तक पिंपरी चिंचवड़ तंबाखू मुक्त करने का प्रयास रहेगा ऐसी बात डॉ. विकास बेंदगूडे ने कही हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान “वुमन्स अवार्ड – 2018 ” का विवरण किया गया। समाज मे उल्लेखनीय काम कर रही महिलाओं को सन्मानित किया गया।