शीर्ष श्रेणी के इंजीनियरों केबिना 5 खरब की अर्थव्यवस्था हासिल नहीं हो सकती : कांत

नई दिल्ली, 7 सितम्बर (आईएएनएस)| नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा कि भारत शीर्ष श्रेणी के इंजीनियरों केबिना पांच खरब की अर्थव्यवस्था हासिल नहीं कर सकता। कांत ने यहां पैनासोनिक इंडिया द्वारा विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने रत्ती छात्र स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाले 30 छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि इंजीनियर देश का निर्माण करते हैं और उच्च श्रेणी की प्रौद्योगिकी हमें तेजी से आगे बढ़ने में सक्षम बनाती है।

उन्होंने कहा कि आज के समय में युवा केवल ई-कॉमर्स में ही आगे नहीं बढ़ रहे रहे हैं, बल्कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में भी मिसाल कायम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की उत्पादकता में वृद्धि के लिए युवा मिट्टी और मौसम की स्थिति के आधार पर वास्तविक समय के डेटा का उपयोग कर रहे हैं।

कांत ने कहा, “आप सभी को भारत को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के तरीकों पर गौर करना चाहिए। पैनासोनिक द्वारा प्रदान की गई छात्रवृत्ति से आपको बेहतर बनने के लिए कड़ा परिश्रम करना चाहिए। यह न केवल देश के भविष्य के निर्माण के लिए है, बल्कि आपके भविष्य के लिए भी है।”

कांत ने कहा कि इस तरह की पहल से निजी क्षेत्र नए भारत के निर्माण में भूमिका निभा रहा है।

छात्रवृत्ति के लिए चुने गए इंदौर के छात्र आदित्य नाइक ने कहा, “मैं आर्थिक तौर पर एक गरीब परिवार से हूं और इस प्रकार की छात्रवृत्ति मुझे आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करके मेरे सपनों को साकार करने में मदद करेगी।”

इस दौरान पैनासोनिक इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष व सीईओ मनीष शर्मा ने छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि उनका यह छोटा सा प्रयास विद्यार्थियों की महत्वाकांक्षाओं को साकार करने में योगदान देगा।

पैनासोनिक ने 30 छात्रों को प्रत्येक वर्ष 42,500 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की। विद्यार्थियों को यह वित्तीय सहायता प्रदान करने में पैनासोनिक की ओर से लगभग 70 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।