श्रद्धालुओं पर आयी रसायन मिश्रित ‘तीर्थ’ पीने की नौबत

आलंदीवासी व श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़
पिम्परी:  पुणे समाचार 
c किनारे बसा आलंदी तीर्थक्षेत्र न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के श्रद्धालुओं का श्रद्धास्थान है। यहां दर्शन हेतु आनेवाले श्रद्धालु इंद्रायणी में स्नान कर उसका पानी तीर्थ के तौर पर ग्रहण करते हैं। मगर केवल पिम्परी चिंचवड़ मनपा की लापरवाही के चलते आलंदीवासी और श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा निर्माण हो गया है। क्योंकि मनपा क्षेत्र की कम्पनियों का रसायन मिश्रित मैला पानी बिना प्रक्रिया के ही इंद्रायणी नदी में छोड़ा जा रहा है।

इस गहन समस्या की ओर ध्यानाकर्षित करने हेतु आलंदी नगरपालिका के नगरसेविकाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज महापौर नितिन कालजे और पिम्परी मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर से मुलाकात की। उन्हें सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि, मनपा क्षेत्र के चिखली, तलवड़े व अन्य औद्योगिक क्षेत्र की कम्पनियों का रसायन मिश्रित मैला पानी बिना प्रक्रिया के ही इंद्रायणी नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे आलंदीवासी और यहां दर्शन हेतु आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो गया है।

रसायन मिश्रित दूषित पानी से यहां पीलिया, गैस्ट्रो जैसी बीमारियों का फैलाव हो रहा है। केवल मनपा की लापरवाही से आलंदीवासी रोजाना 40 रुपये खर्च से 20 लीटर पानी का जार खरीदने पर विवश हैं। इस गम्भीर मसले को जल्द से जल्द हल करने की मांग को लेकर इस प्रतिनिधिमंडल ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस प्रतिनिधिमंडल में नगरसेविका स्मिता रायकर, शैला तापकिर, प्रतिमा गोगावले, स्नेहल कुरहाड़े, प्राजक्ता घुंडरे शामिल थी।